लॉक डाउन है यदि देश में तो क्या हुआ ,
हो कर रह गए घर में कैद तो क्या हुआ ?
फुर्सत के पल मांगते ही थे तुम कभी ,
अब मिल गया पूरा वक्त तो अच्छा ही हुआ ।
इससे पहले कब फुर्सत थी घर के लिए तुम्हें ,
मिल गया घर चलो इसी बहाने परिचय हुआ ।
गैरों की तरह अपनों से बस ओपचारिकता रही ,
आज उनके बीच बैठे तो प्यार का पादुर्भाव हुआ ।
इस लॉक डाउन ने सिखाया तुम्हें संयम /सहयोग ,
तुम क्या जानो ! तुममें एक विशेष परिवर्तन हुआ ।
इस लॉक डाउन का सकारात्मक पहलू देखोगे तो !
तुमने जिया वो क्षण जो अबतक तुम्हें न मिल पाया ।
यह लॉक डाउन तो एक दिन खत्म हो जाएगा ,मित्रों !
सुनहरा दौर है जीवन का ये याद करोगे गर गुज़र गया ।
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