बुधवार, 15 अप्रैल 2020

लॉक डाउन का पालन करें ( कविता )


 लॉक डाउन का पालन करें (  कविता )

हाथ जोड़कर करते हैं तुमसे हम प्रार्थना ,
इस मानव-जाति को बचाने की है याचना ।
घर के बाहर बैठा है घात लगाए एक रावण ,
तुम्हें करना ही होगा लक्ष्मण रेखा का पालन ।
ध्यान रहे घर में है जीवन ,और बाहर है मरण ,
घर में रहकर ही जा सकते हो प्रभु की शरण ।
तन से ही दूर हो मगर मन से तो दूर नहीं,
यह बंधन है स्नेह का कोई कारावास तो नहीं ।
फिर क्यों नहीं समझते,क्यों करते हो आनाकानी ? ,
घर से निकलते हो,लोगों से मिलते हो,ये है नादानी ।
भगवान के लिए ! महानुभावों ! यह नादानी न करें ,
स्वस्थ रहें ,जीवित रहे और लॉक-डाउन का पालन करें ।









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