यह कैसा फास्ट ट्रैक कानून ? (कविता)
चींटी की चाल चलता ,
यह कैसा फास्ट ट्रैक कानून ?
इंसाफ के लिए भटकते हुए ,
निकल जाए पीड़ितों की जान ।
है यह इंसाफ पाने की वही लंबी प्रक्रिया ,
मगर जाने क्यों नाम रखा ''फास्ट ट्रैक कानून''।
निर्भया और प्रियंका जैसी कितनी ही बेटियाँ ,
हर रोज़ नोची जाती दरिंदों के हाथ इनकी बोटियाँ ,
तड़प -तड़प के मारी जाएँ या ज़िंदा जला दी जाए ,
अकर्मण्यता का प्रमाण है ''फास्ट ट्रैक कानून '' ।
नारी के सम्मान और उसकी जान की परवाह नहीं,
कुछ भी गुजरे इनपर,सरकार के लब पर आह नहीं,
आश्वासन की चंद बुंदों से जनता के रोष को शांत कर ,
पीला दें जबरन घुट्टी रूपी 'फास्ट ट्रैक कानून'' ।
कैसी अजीब रिवायत है इस देश की ,परेशान हूँ मै ,
अपराधियों को शरण देने वाले कानून !तुझसे हैरान हूँ मै ,
मृत्युदंड के जो अधिकारी ,उन्हें देते हो जीवन -दान ,
यूं लगे !यह नारीहित के लिए नहीं ,दरिंदों के हित के लिए यह कानून ।
अगर सरकार की नियत साफ है ,और थोड़ी बहुत ईमानदारी ,
तो क्यों ना समझे नारी सम्मान /सरंक्षण को अपनी ज़िम्मेदारी ,
चुन-चुन कर मारे कोढ़े और चढ़ाए फांसीपर इन हैवानो को ,
बिना वक्त गँवाए सारे सबूत मिलते ही तुरंत करे जो न्याय ,
सही मायनों मेँ तभी माना जाएगा ''फास्ट ट्रैक कानून ''
चींटी की चाल चलता ,
यह कैसा फास्ट ट्रैक कानून ?
इंसाफ के लिए भटकते हुए ,
निकल जाए पीड़ितों की जान ।
है यह इंसाफ पाने की वही लंबी प्रक्रिया ,
मगर जाने क्यों नाम रखा ''फास्ट ट्रैक कानून''।
निर्भया और प्रियंका जैसी कितनी ही बेटियाँ ,
हर रोज़ नोची जाती दरिंदों के हाथ इनकी बोटियाँ ,
तड़प -तड़प के मारी जाएँ या ज़िंदा जला दी जाए ,
अकर्मण्यता का प्रमाण है ''फास्ट ट्रैक कानून '' ।
नारी के सम्मान और उसकी जान की परवाह नहीं,
कुछ भी गुजरे इनपर,सरकार के लब पर आह नहीं,
आश्वासन की चंद बुंदों से जनता के रोष को शांत कर ,
पीला दें जबरन घुट्टी रूपी 'फास्ट ट्रैक कानून'' ।
कैसी अजीब रिवायत है इस देश की ,परेशान हूँ मै ,
अपराधियों को शरण देने वाले कानून !तुझसे हैरान हूँ मै ,
मृत्युदंड के जो अधिकारी ,उन्हें देते हो जीवन -दान ,
यूं लगे !यह नारीहित के लिए नहीं ,दरिंदों के हित के लिए यह कानून ।
अगर सरकार की नियत साफ है ,और थोड़ी बहुत ईमानदारी ,
तो क्यों ना समझे नारी सम्मान /सरंक्षण को अपनी ज़िम्मेदारी ,
चुन-चुन कर मारे कोढ़े और चढ़ाए फांसीपर इन हैवानो को ,
बिना वक्त गँवाए सारे सबूत मिलते ही तुरंत करे जो न्याय ,
सही मायनों मेँ तभी माना जाएगा ''फास्ट ट्रैक कानून ''
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