मंगलवार, 27 जुलाई 2021

नमामि गंगे नमामि यमुना



हे भक्त वृदों की प्राण प्यारी ,

नमामि गंगे नमामि यमुना ।
तुम्ही हो माता सदा हमारी ,
नमामि गंगे नमामि यमुना।

वेदों में गुणगान तुम्हारा,
तुम शास्त्रों की प्राण अधारा ।
तुम्हें अराधा ऋषि मुनियों ने सदा ,
पुराणों ने नमन किया सदा तुम्हारा।
ऋचाएं तेरी महिमा लिख लिख हारे ...
नमामि गंगे नमामि यमुना।

नारायण ने हर युग में अवतार लिया जब ,
तुम्हें सम्मान और स्नेह दिया।
तुमने माना उन्हें अपना जीवन धन ,
अपना सर्वस्व अर्पण किया ।
कान्हा और राम में बसते प्राण तुम्हारे ...
नमामि गंगे नमामि यमुना।

तुम मानव की जीवन दायिनी ,
तुम्हारे एक घूंट से मिटे त्रान।
तुम्हारा जल है अमृत समान ,
तुमसे ही मुक्ति पाए उसके प्राण ।
जीवन धन्य हो जाए आकर तट पर तुम्हारे ...
नमामि गंगे नमामि यमुना ।


तुम नवदुर्गा का रूप हो ,
तुम्ही लक्ष्मी और शारदा का स्वरूप हो ,।
हे देवी गंगे और यमुने !
तुम सभी देवताओं की आराध्या हो ।
तुम्हें पूजे यह देव सारे ....
नमामि गंगे नमामि यमुना!

हे जगत जननी हे माते !,
हम है नादान मूढ बालक तुम्हारे ।
तुम्हारे उपकारों का कोई मोल ना दे पाए ,
हमें क्षमा करना है क्षमा दात्री!
हमने अपने शीश तुम्हारे समक्ष झुकाए ।
हम मानव अवगुणों के है मारे ..
नमामि गंगे नमामि यमुना!

स्वर्ग से धरती पर जब तुम आई ,
कितनी कोमल ,स्वच्छ और निर्मल थी ।
तुम असाधारण देवी सवरूपा ,
इस धरती की आत्मा थी ।
हमने प्रदूषण फैलाकर अनाचार किया ,
क्षमा योग्य नहीं पाप हमारे ..
नमामि गंगे नमामि यमुना!

परंतु अब हम कटिबद्ध है ,
तेरा स्वरूप वापिस लौटने को।
करेंगे पुनः प्रयास तुझे निर्मल और स्वच्छ बनाने को ।
जब तक लौटा ना दे तेरा स्वरूप और सम्मान ,
चैन नहीं लेंगे प्राण हमारे ....
आज लेते है प्रण हम तट पर तुम्हारे ...
हे नमामि गंगे नमामि यमुना ।
हर हर गंगे !! जय जय यमुना!!









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