मनमोहना बड़े झूठे ( भजन )
मनमोहना तुम बड़े झूठे ,
१, बाली उम्र में जब तुझसे नाता जोड़ा ,
जग ने मुझसे ,मैने जग से नाता तोड़ा ,
तब कहीं जाकर हम तेरे कहलाये।
और तुम हो की अब तक ना आये….
२, वायेदा करके तोड़ना ,बुरी बात है ,
प्रीत बढ़ाकर राह में छोड़ना ,बुरी बात है ,
तेरी बात जोहते यह नैन भर आये.
मगर तुम फिर भी ना आये। ……
३, अब तो दरस दिखा भी दो ,
कृष्णा ! अपनी ज़िद छोड़ भी दो ,
क्यों तू मेरा जिया तरसाए।
तेरी याद मुझे दिन-रैन सताए। ….
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