काश ऐसा होता ! ... (कविता)
एक कवि की परिकल्पनाएं
काश ! ऐसा होता ..
की हर तरफ अमन व् सुकून का
वातावरण होता .
बोलती तो सिर्फ धड़कने और कोई ,
कोलाहल न होता.
काश ! ऐसा होता ,,,
की पुरे समाज में कानून व् न्याय का ,
सशक्त पहरा होता,
कोई अपराधी न जन्मता ,
हर नागरिक स्वतंत्र व् निर्भीक होकर ,
खुल कर अपना जीवन जीता .
काश ऐसा होता ...
की देश एक परिवार की तरह होता,
जाति ,धर्म, भाषा ,क्षेत्र v लिंग भेद भुलाकर ,
हर कोई एक दूजे को प्यार व् सम्मान देता ,
एक दूजे के दुःख-सुख मे शरीक होता.
काश ! ऐसा होता...
देश के सभी शिक्षा-संस्थान .
उच्च -शिक्षा ,नयी तकनिकी और संग नैतिकता
के विशाल केंद्र होते,
बिना किसी भेद -भाव व् लूट-खसोट के ,
शिक्षा का प्रचार-प्रसार करते .
वह वास्तव में पवित्र मन्दिर होते.
काश ऐसा होता ..
देश में विकास और पर्यावरण का सुन्दर ,अद्भुत संयोग होता.
अंधे -विकास की दौड़ में प्रकृति ,जिव-जंतुओं ,पशु-पक्षियों को
उपेक्षित न किया जाता. मिटाया न जाता.
और हमारे देश में प्राकृतिक -संसधानों का खजाना कभिऊ खत्म न होता.
काश ! ऐसा होता ,..
की हर नागरिक हष्ट-पुष्ट व् दीर्घायु प्राप्त होता,
स्वास्थ्य -सेवाएं ,निशुल्क और प्रचुर होती ,
न कोई रोग -ग्रस्त और न असमय मृत्यु का भाजन ,
शारीरिक -मानसिक रूप से हर कोई तंदरुस्त होता.काश ! ऐसा होता ..
की देश उन्नतिशील और एश्वर्य शाली होता,
किसी भी पाखंडी बाबाओं के वश में आकर ,
धर्मान्धता का शिकार न होता.
ईश्वर का सच्चा उपासक होता ,
सभी धर्मों का आदर करता मगर ,
धर्म /आध्यात्म को व्यापार कभी न बनने देता.
काश ! ऐसा होता ..
मेरे देश के लोकप्रिय सिनेमा उद्योग और दूरदर्शन .
समाज -उपयोगी नैतिकता व् देश-प्रेम को बढ़ावा देने वाले ,
बेहतर फिल्में, कर्णप्रिय गीत-संगीत और धारावाहिक बनाते.
अपनी ओछी लोकप्रियता के लालच में न फंसकर ,
जनता को स्वस्थ व्उच्च मनोरंजन प्रदान करते.
काश ! ऐसा होता ..
देश में अन्नदाता (किसान ) और वीर फौजियों का सम्मान होता.
अपने ईश्वर के बादहर नागरिक इनको पूजता .
जिसके फलसवरूप कोई भी किसान और फौजी ,
हालात से लाचार होकर आत्म -हत्या न करता.
काश ऐसा होता. ..
देश का हर राजनेता चरित्रवान ,सच्चा ,ईमानदार ,
और कर्तव्य -निष्ठ होता.
अपने देश में उन्नति , शांति ,और अनुशासन स्थापित करने हेतु ,
अपना सुख-चैन छोड़कर तन -मन -धन लगा देता.
काश ऐसा हो जाये ,
मैं ईश्वर से प्रति पल प्रार्थना करती हूँ.
आप मेरे देशवासियों और राजनेताओं को सन्मार्ग पर चलाये ,
इन्हें सद्बुद्धि दें,सह्रदय बनाये,
ताकि देश चहुँमुखी विकास करे , ऐसी कामना करती हूँ.